Amit Shah On Rahul Gandhi: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने राहुल गांधी द्वारा ब्रिटेन में दिए गए बयान को लेकर हमला बोला है. अमित शाह ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में बातचीत के दौरान कहा कि- भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी भी देश की राजनीति के बारे में विदेश में नहीं बोला करती थी.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि- संसद में सभी लोगों को अपनी बात रखने की स्वतंत्रता है लेकिन वहां बोलने के कुछ नियम होते हैं. जो आज से नहीं बल्कि आजादी के बाद से ही चल रही है.

सड़क छाप भाषा के लिए संसद नहीं- अमित शाह
संसद में सभी के लिए Freedom of Speech है लेकिन वहाँ बोलने के नियम होते हैं। जो आज से नहीं बल्कि आजादी के बाद से चल रहे हैं। pic.twitter.com/7ANLOBS915
— Amit Shah (@AmitShah) March 18, 2023
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में जब अमित शाह (Amit Shah) से यह पूछा गया कि संसद का सत्र चलेगा या नहीं इसपर अमित शाह ने जवाब देते हुए कहा कि- “संसद पक्ष और विपक्ष दोनों की सहयोग से चलता है. संसद में सभी लोगों को अपनी बात रखने की स्वतंत्रता है लेकिन वहां बोलने के कुछ नियम होते हैं. जो आज से नहीं बल्कि आजादी के बाद से ही चल रही है. संसद मेंआप वहां पर सड़क छाप भाषा का इस्तेमाल नहीं कर सकते.”
इंदिरा गांधी का दिया उदाहरण
अमित शाह (Amit Shah) ने भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का उदाहरण देते हुए कहा कि- “इंदिरा गांधी आपातकाल के बाद इंग्लैंड गई थीं और उस वक्त शाह आयोग का गठन हुआ था. इस दौरान इंदिरा गांधी को जेल भेजने के प्रयास चल रहे थे.”
शाह ने कहा कि- “कुछ पत्रकारों ने (इंग्लैंड में) उनसे (इंदिरा गांधी) सवाल किया कि उनका देश कैसा चल रहा है, जिस पर उन्होंने कहा था कि हमारे बीच कुछ समस्याएं हैं, लेकिन मैं उन पर यहां कुछ नहीं कहना चाहती. मेरा देश ठीक चल रहा है. मैं कुछ भी अपने देश के बारे में बात नहीं करूंगी. यहां मैं एक भारतीय हूं.”
जब इंदिरा ने अटल को भेजा था यूएन- अमित शाह
इसके साथ ही अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि- “लोकतंत्र में पक्ष और विपक्ष को एक-दूसरे पर भरोसा होना बेहद जरूरी है.” उन्होंने एक बार फिर इंदिरा गांधी का उदाहरण देते हुए कहा कि- “उनके कार्यकाल के दौरान यूएन में जम्मू और कश्मीर पर भारत को अपना पक्ष रखना था.
उस समय विपक्ष में रहने के बावजूद इंदिरा गांधी ने अटल बिहारी वाजपेयी को यूएन में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए भेजा था.” उन्होंने कहा कि- ” भारतीय राजनीति में शायद यह पहला और अंतिम अवसर रहा होगा.”
संसद में चल रहे गतिरोध पर कही ये बात
अमित शाह (Amit Shah) ने आगे कहा कि- “ऐसे कई मुद्दे हैं, जो राजनीति से ऊपर हैं और यहां तक कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भी विदेशी धरती पर घरेलू राजनीति पर चर्चा करने से इनकार कर दिया था.”
संसद में चल रहे गतिरोध को लेकर उन्होंने कहा कि- “पक्ष और विपक्ष लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला के साथ बैठें. उन्हें दो कदम आगे आना चाहिए और हम उससे भी दो कदम आगे बढ़ाएंगे. संसद चलेगी, लेकिन आप केवल रिपोर्टर सम्मेलन कीजिए और कुछ न कीजिए, ऐसा नहीं चलता.”
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