खराब मौसम के कारण बीच में रोकी गयी अमरनाथ यात्रा , यात्रियों में छाई निराशा

Amarnath Yatra 2022: अमरनाथ को तीर्थों का तीर्थ कहा जाता है क्योंकि यहीं पर भगवान शिव ने मां पार्वती को अमरत्व का रहस्य बताया था। हर साल यहां खुद ही शिवलिंग के रूप में भगवान शिव भक्तों को दर्शन देने आते हैं और लाखों यात्री पवित्र हिमलिंग के दर्शनों के लिए पहुंचते हैं। कश्मीर में आतंकवाद के चलते राज्य सरकार और सुरक्षाबलों को भी इस सालाना धार्मिक यात्रा को पूरा कराने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है।
खराब मौसम के कारण यात्रा रद्द
श्री अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra 2022) को लेकर हाल में एक बड़ी अपडेट सामने आई है. दरअसल जम्मू-कश्मीर में बदले मौसम और तेज बारिश के चलते इसे फिलहाल स्थगित कर दी गई है। पहलगाम और बालटाल मार्ग पर भूस्खलन की आशंका के चलते प्रशासन ने पहले ही इन मार्गों से आज सुबह रवाना होने वाली यात्रा को स्थगित कर दिया था। तीर्थयात्रियों को मौसम साफ होने तक आधार शिविरों में ही रुकने को कहा गया है। हालांकि, बारिश के बीच जम्मू से बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए सातवां जत्था कश्मीर घाटी के लिए रवाना कर दिया गया है।
श्रद्धालुओ के लिए इंतजाम
मंगलवार को रवाना किए गए जत्थे में 6351 श्रद्धालु शामिल रहे। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि कश्मीर घाटी में रात से ही बारिश का दौर जारी है। पहलगाम और बालटाल मार्ग पर बारिश के कारण भूस्खलन का खतरा हमेशा बना रहता है। सूत्रों के अनुसार श्री अमरनाथ की पवित्र गुफा के करीब भी मौसम साफ नहीं है। ऐस में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए यात्रा (Amarnath Yatra 2022) को अभी के लिए स्थगित कर दिया गया है।
शिविरों में श्रद्धालुओं के लिए सभी जरूरी इंतजाम भी किए गए हैं। मौसम साफ होते ही यात्रा (Amarnath Yatra 2022) को फिर से शुरू किया जाएगा। सोमवार को पांचवें दिन करीब 19 हजार भक्तों ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए। आधार शिविर भगवती नगर जम्मू से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच छठे जत्थे में 7276 यात्री रवाना हुए थे।
यात्रा (Amarnath Yatra 2022) को लेकर शिवभक्तों में जबरदस्त उत्साह पाया गया। यात्रा के आगे बढ़ने के साथ श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है, यात्री पूरे साल इस दिन का बेसब्री से इंतजार करते हैं। तीर्थ यात्रियों की संख्या बढ़ने से शहर में चहल-पहल बढ़ी है। यात्री जम्मू शहर के प्रमुख बाजारों का रुख कर रहे हैं।
फीडबैक फॉर्म के जरिए सुविधाओं में सुधार
यात्रियों के लिए श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की ओर से यात्री फीडबैक सेवा (पीएफएस) भी शुरू की गई है। इसमें
एसएमएस के माध्यम से फीडबैक लेकर यात्रा शिविरों में आवास, स्वच्छता और भोजन की गुणवत्ता पर यात्रियों की टिप्पणी और सुझाव लिए जा रहे हैं, और इसका सीधा मकसद यह है की यदि कहीं कोई चूक रही है तो श्राइन बोर्ड उससे सुधार सके ताकि यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।