एक ऐसा हिस्ट्रीशीटर जो 19 साल से कर रहा UP Police में नौकरी, नहीं लगी भनक
Bihar: पुलिसवाला हिस्ट्रीशीटर ऐसा कभी ना देखा ना सुना लेकिन ऐसा सच में हुआ है। देवरिया पुलिस से जुड़ा एक होमगार्ड हिस्ट्रीशीटर निकला है। इसपर गैंगस्टर और अपहरण सहित कई संगीन मामले दर्ज हैं। होमगार्ड का नाम है कमलेश यादव 19 साल से यूपी पुलिस में नौकरी कर रहे हैं, लेकिन इनकी क्राइम कुंडली के बारे में किसी को भनाक तक नहीं लगी है।
कैसे खुला कमलेश यादव का सच?
साल 2004 में कमलेश यादव पुलिस महकमे से जुड़े थे। छह महीने पहले ही देवरिया पुलिस विभाग ने उन्हें डायल 112 पुलिस आपातकालीन हेल्पलाइन वाहन का चालक बना दिया, हाल ही में देवरिया के सभी पुलिस स्टेशनों में एक अभियान चलाया गया और ये अभियान था कि जिले के सभी हिस्ट्रीशीटरों का फिजिकल वेरिफिकेशन किया जाए। इसके लिए पुलिसकर्मी हिस्ट्रीशीटरों के ठिकानों का पता लगाने लगे इसी में एक पता निकला होमगार्ड कमलेश यादव का बस फिर क्या? पुलिस घर पहुंची तो कमलेश यादव का पूरा बैकग्राउंड सामने आ गया।
अब क्या होगा?
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देवरिया के पुलिस अधीक्षक (SP) संकल्प शर्मा ने पता लगते ही जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। अब पता लगाया जाएगा कि कैसे कमलेश यादव पुलिस अधिकारियों को गुमराह करने में कामयाब रहे और कैसे इतने लंबे समय तक पुलिस विभाग में काम करते रहे।
SP संकल्प शर्मा ने बताया कि “मामला जैसे सामने आया, तुरंत होमगार्ड कमलेश यादव को ड्यूटी से हटा दिया गया। साथ ही कार्रवाई करने और मामले को देखने के लिए देवरिया होमगार्ड कमांडेंट को एक पत्र लिखा गया।” SP के मुताबिक “सलेमपुर के सर्किल अधिकारी को मामले की विस्तृत जांच करने और जल्द से जल्द एक रिपोर्ट सौंपने के भी निर्देश दिए गए हैं।”
सलेमपुर के एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक “जांच में ये भी पता लगाया जाएगा कि कमलेश के दस्तावेजों की कभी जांच क्यों नहीं की गई और ज्वाइनिंग के दौरान उन्होंने विभाग को कौन से दस्तावेज और पता उपलब्ध कराया था।”
कमलेश यादव पर यह संगीन मामले दर्ज हैं?
कमलेश यादव देवरिया के बरहज थाना क्षेत्र के करजहा गांव के रहने वाले हैं। कमलेश पर बरहज थाने में कई मुकदमे दर्ज हैं। कमलेश 2004 से होमगार्ड के तौर पर काम कर रहे थे, लेकिन उनके खिलाफ मामले 2005 में दर्ज किया गया था। कमलेश की हिस्ट्रीशीट 2006 में खोली गई थी।
बरहज के स्टेशन हाउस ऑफिसर (SHO) जितेंद्र सिंह ने बताया कि “पुलिस के पास उपलब्ध रिकॉर्ड के अनुसार, कमलेश के खिलाफ पांच आपराधिक मामले दर्ज थे।”
इनमें एक मामला 2005 में हत्या के प्रयास के आरोप में बरहज में दर्ज हुआ था और बाकी भलुवानी पुलिस स्टेशन में यूपी गैंगस्टर एक्ट और अपहरण सहित विभिन्न धाराओं में दर्ज किए गए थे। SHO जितेंद्र सिंह के मुताबिक “दो मामलों में कमलेश यादव को कोर्ट से क्लीन चिट मिल गई थी। लेकिन गैंगस्टर एक्ट वाला मामला अभी भी कोर्ट में चल रहा है।” जितेंद्र सिंह का कहना है कि “कोर्ट में कमलेश के खिलाफ जो भी मामले लंबित हैं, उनमें उन्हें जमानत मिली हुई है।”